हिन्दी दिवस प्रतियोगिता भाग 6( कश्मीर की धरा स्वर्ग है ) लेखनी कहानी -01-Sep-2022
शीर्षक :- कश्मीर की धरा स्वर्ग है
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कश्मीर की धरा हमेशा स्वर्ग कहलाई जाती है।
यहाँ की धरती वीरौ की धरा बतालाई जाती है।।
यहाँ भोले बाबा ने हमेशा डमरू बहुत बजाया है।
इस धरती पर दुर्गे माँ ने भी अपना आसन जमाया है।।
इस धरा को आतंकियौ ने अब नरक बना डाला है।
आतंकियौ ने यहाँ मानव का कितना लहू बहाडाला है।।
कश्मीरी पंडितौ को यहाँ से मार मार कर भगा दिया है।
इनके मंसूबौ को हमने अब आगे न पूरा हौने दिया है।।
अब इस धरती को सब मिलकर फिरसे स्वर्ग बनायेगे।
आतंकियौ ने कलंक दिया अब उसे हम सब मिटायेंगे।।
हिन्दी दिवस प्रतियोगिता हेतु रचना।
नरेश शर्मा " पचौरी "
06/09/2022
Shashank मणि Yadava 'सनम'
27-Sep-2022 08:47 PM
बहुत ही सुंदर सृजन,,,, वीरों,,, आतंकियों,,,, पंडितों,,, मंसूबों,,, होने,,, बनाएंगे आदि सही करें जी
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Reena yadav
08-Sep-2022 04:00 PM
Very nice 👍
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Raziya bano
07-Sep-2022 11:10 AM
Nice
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